लॉकडाउन: छात्रों और युवाओं के प्रधान मंत्री से ग्यारह सवाल

लॉकडाउन: छात्रों और युवाओं के प्रधान मंत्री से ग्यारह सवाल
Student Protests in Delhi. Pic Courtesy : Tashi Tobgyal

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के प्रभाव से निपटने के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की। हालाँकि हेडलाइन में सुर्खियाँ बटोरने वाली यह घोषणा पहले की घोषणाओं की तरह जुमला निकला! इस आर्थिक पैकेज में आरबीआई द्वारा लॉकडाउन की अवधि के दौरान पहले से ही घोषित ऋण और राहत की रकम, 2020-21 के बजट का खर्च और प्रशासन द्वारा नियमित रूप से दी जाने वाले राहत खर्च शामिल है! दूसरे शब्दों में, नई बोतल में पुरानी शराब है; पूर्ववर्ती योजनाओं की रीपैकेजिंग या पुनर्घोषणा है। इसमें आवश्यक राजकोषीय सहायता के लिए कोई अतिरिक्त आवंटन नहीं हैं। बेहद दुखद है कि मानवीय संकट झेलते हुए हजारों मील पैदल चलकर अपने घर जाने वाले, दुर्घटनाओं में मरने वाले प्रवासी मज़दूरों को सुरक्षित परिवहन के लिए इस 20 लाख करोड़ के पैकेज में एक भी रुपया आवंटित नहीं किया गया है; और ना ही उनकी खत्म हुई नौकरियों की भरपाई के लिए!

20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में छात्रों और युवाओं के लिए कुछ भी नहीं है। वित्तमंत्री या प्रधानमंत्री ने छात्र-युवाओं के मुद्दों पर एक शब्द भी नहीं कहा। इसलिए हम 20 लाख करोड़ के पैकेज के बारे में प्रधान मंत्री और वित्त मंत्री से कुछ सवाल पूछते हैं –

  1.  मोदी जी कृप्या जवाब दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में ऑनलाइन कक्षाओं और ऑनलाइन परीक्षाओं की सुविधा के लिए देश भर में तेज इंटरनेट कनेक्शन के विस्तार के लिए एक पैसा भी आवंटित क्यों नहीं किया गया है?
  2.  मोदी जी कृप्या जवाब दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में देश भर में किराए पर रहने वाले छात्रों और मज़दूरों के लिए तत्काल किराया माफी क्यों शामिल नहीं है?
  3.  मोदी जी कृप्या जवाब दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में स्कूल, कॉलेज और निजी व सरकारी संस्थानों के छात्रों के लिए फीस माफी क्यों शामिल नहीं है?
  4. मोदीजी बतायें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं और शैक्षणिक कार्यक्रमों में सामंजस्य के लिए विभिन्न राज्य सरकारों के साथ समन्वय हेतु कोई संसाधन क्यों शामिल नहीं हैं?
  5. मोदी जी कृप्या जवाब दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में मई 2020 तक शोध छात्रों और अन्य छात्रों की सभी लंबित फैलोशिप को तत्काल जारी करना क्यों शामिल नहीं है?
  6.  मोदी जी कृप्या जवाब दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में विकलांग छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कोई समग्र योजना क्यों नहीं है ताकि उनकी शिक्षा सुचारू रूप से जारी रह सके?
  7.  मोदी जी कृप्या जवाब दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में उन श्रमिकों और छात्रों के लिए मुफ्त और सुरक्षित परिवहन के लिए आवंटन क्यों नहीं है जो आवश्यक परीक्षण के बाद अपने घरों में वापस जाना चाहते हैं?
  8.  मोदी जी कृप्या उत्तर दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में बेरोजगार छात्र-युवाओं, प्रवासी कामगारों और अन्य नागरिकों की सहायता के लिए यूनिवर्सल बेसिक इनकम शामिल क्यों नहीं है, जो हमारी अर्थव्यवस्था को फिर से संगठित करने के लिए आवश्यक क्रय शक्ति उत्पन्न करता है?
  9.  मोदी जी कृप्या उत्तर दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में कॉलेज, विश्वविद्यालय या शैक्षणिक संस्थानों के आईडी कार्ड के आधार पर छात्रों को उपलब्ध कराए जाने वाले यूनिवर्सल राशन को क्यों नहीं रखा गया हैं? दस्तावेजों की मांग किए बिना सभी नागरिकों को कोई सार्वभौमिक राशन क्यों नहीं?
  10.  मोदी जी कृप्या जवाब दें कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में अगले दो वर्षों के लिए सभी शिक्षा ऋणों पर ब्याज माफी के साथ कम से कम छह महीने के लिए शैक्षिक ऋण चुकाने पर तत्काल स्थगन को क्यों शामिल नहीं किया गया?
  11.  मोदीजी, आखिर क्यों, छात्रों को कोई सहायता या वित्तीय राहत प्रदान करने के बजाय छात्र युवा कार्यकर्ताओं को, जो सांप्रदायिक और संविधान विरोधी सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ खड़े थे, उन्हें इस महामारी के दौरान राजनीतिक रूप से परेशान और गिरफ्तार किया जा रहा है; जबकि दंगों के लिए सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाले बीजेपी नेताओं और कैंपसों में हिंसा में लिप्त लोगों को पर्याप्त सबूतों के बावजूद छोड़ दिया गया?

आइये आगामी 20 मई को देश भर के छात्र-युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन से सवाल करें कि छात्र-युवाओं को एक रुपये का भी आवंटन न कर उनके साथ सौतेला व्यवहार क्यों? क्यों आपका 20 लाख करोड़ का पैकेज छात्र-युवा विरोधी है और युवा भारत के लिए किसी तरह के राहत उपाय से पूरी तरह से रहित है?

हमारे देश के युवाओं को बेरोजगार क्यों छोड़ दिया गया, और उन्हें हजारों किमी पैदल चल कर हाइवे पर मरने को मजबूर होना पड़ रहा है? श्रमिकों के लिए कोई परिवहन क्यों नहीं? व्यापक बेरोजगारी और विनाश की स्थिति में उनके रोजी रोटी लिए कोई पैकेज क्यों नहीं?

आइये एकजुट होकर मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ के पैकेज के जुमले को उजागर करें और छात्रों-युवाओं के साथ उनके सरकारी संवेदनहीनता का विरोध करें! अपनी माँगों को बुलंद करें!

20 मई को संयुक्त आह्वान पर छात्र-युवा राष्ट्रीय विरोध दिवस में शामिल हों!
घरों पर काले झंडे लगायें! भौतिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुए पोस्टर, कविता, और प्लेकार्ड के साथ काली पट्टी लगायें!
 
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प्रधान मंत्री से हमारी मांगों और सवालों को पूछते हुए प्लाकार्ड और ब्लैक फ्लैग अभियान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड करें।

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