24 दिसंबर 2019 को CAA-NRC-NPR के खिलाफ यंग इंडिया का आगाज!
नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के लागू होने के बाद से, पूरे देश ने इस विभाजनकारी और सांप्रदायिक कानून के विरोध में कठोरता व वीरतापूर्वक और दृढ़ संकल्प के साथ लड़ा है। हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष- लोकतांत्रिक ताने-बाने की रक्षा के लिए युवा छात्र सीएए के खिलाफ आंदोलन में सबसे आगे रहे हैं। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ से लेकर पश्चिम बंगाल, बिहार, दिल्ली, हैदराबाद, कर्नाटक, केरल और उत्तर प्रदेश तक, देश का हर हिस्सा बड़े पैमाने पर युवाओं छात्र के नेतृत्व और विरोध प्रदर्शन का गवाह रहा है। देश के युवाओं ने राज्य के बर्बरतापूर्ण रवैया व दमन का सामना किया है, जिसमें सबसे क्रूर असम और उत्तर प्रदेश में हैं, दोनों भाजपा द्वारा शाषित किये जा रहे हैं।
पिछले साल, इसी समय के आसपास, युवा-छात्र आंदोलनों, संगठनों और यूनियनों, जो मोदी 1.0 के दौरान मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार से लड़ रहे थे, शिक्षा के प्रासंगिक सवालों को उठाने के लिए यंग इंडिया नेशनल कोआर्डिनेशन कमिटी (YINCC) बनाने के लिए, शिक्षा और रोजगार के सवाल पर एक साथ एक मंच पर आए थे।वर्तमान समय में भारत के लोकतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों पर हमला हो रहा हैं, तो छात्र युवा संगंठनो, यूनियनों और आंदोलनों ने सत्ताधारियों को अपना विरोध प्रदर्शित करने व संविधान को बचाने के लिए इस मोदी- शाह की तानाशाही सरकार के खिलाफ 24 दिसम्बर 2019 को इस मंच ने प्रेस कान्फ्रेंस कर इस विभाजनकारी कानून की निंदा की। अब यह मंच देश भर के 100 से अधिक युवा संगठनों का हिस्सा है आने वाले दिनों में CAA-NRC-NPR के खिलाफ आंदोलन को नई दिशा व मजबूती मिलेगी।
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