Student-youth from all over the country rally under the banner of Young India at Delhi !
“Education and jobs, not hate mobs” — the clarion call for 2024 elections!
(Scroll for Hindi)
Even if Modi decides to clamp down with utter shamelessness, Young India today showed that no repression can absolve Modi government’s betrayal of student youth of the country. Students and youth from all over the country gathered at ITO Delhi to declare the Young India charter. Despite the authoritarian diktats of the Delhi Police Young India rallied in Delhi and rose against the politics of hate.
At the public meeting, Gopal Rai, Cabinet Minister in Delhi Government said, “if this regime continues its reign in 2024, we might not even be able to hold meetings like this. We must unite and resist this onslaught on democracy.” Senior Advocate Prashant Bhushan said, “why is this government silent of MNREGA? Why is it silent on MSP? This policy of utter silence on key issues and hatemongering in society must be halted.” Naval Kishore, National Spokesperson of RJD said that Bihar is showing the way to challenge the fascist attack and we hope that the country sees the way. Former DUTA President, Nandita Narain said that, “today Youn India is standing up for its rights and its public institutions and we must continue this united effort to oust the fascists from power.” Naveen Kumar, independent journalist said that Young India is showing the unity that BJP fears. Young people all over the country are rejecting the politics of hate. Sandeep Saurav, CPIML MLA from Bihar said, “Young India is raising voice for education, employment and social justice while the government is busy in horsetrading and EVM hacking. This government has exposed itself in front of the people!” The gathering was also addressed by leaders from various organisations including AISA, SFI, MSF, AISF, PSU, RYA, AIYL among others.
The massive Young India Referendums held all across the country showed the swing of the youth. When 5 lakh people across states vote against this government, Modi is bound to be afraid and scramble to repress all voices. Be it farmers, the workers or the youth, BJP’s gameplan seems to be of brutal repression and shameless horsetrading. But the people have had enough and the Young India Rally is proof.
Young India Rally ended with solidarity to the massive farmer’s movement and condemns the brutal murders of protesting farmers. Student-youth will vote on education and employment!
Onwards to defeating fascist BJP-RSS in upcoming Loksabha elections! Young India Eally ends in resounding success!
Young India
देशभर से छात्र-युवाओं ने यंग इंडिया के बैनर से दिल्ली में रैली की!
युवाओं ने 2024 के आम चुनाव के लिए स्पष्ट आह्वान किया हैं कि “शिक्षा और रोजगार चाहिए, नफरत का बाजार नहीं”!
दिल्ली में धारा 144 लागू कर भले ही मोदी सरकार ने पूरी बेशर्मी के साथ दमन करने का फैसला किया हो, लेकिन यंग इंडिया ने आज दिखा दिया हैं कि कोई भी दमन देश के छात्र-युवाओं के साथ मोदी सरकार के विश्वासघात को दोषमुक्त नहीं कर सकता। देशभर से छात्र और युवा आज दिल्ली में यंग इंडिया चार्टर घोषित करने के लिए एकत्र हुए। दिल्ली पुलिस के तानाशाही फरमानों के बावजूद यंग इंडिया ने दिल्ली में रैली की और नफरत की राजनीति के खिलाफ जबरदस्त आवाज बुलंद की।
जनसभा में दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा, “अगर इस शासन ने 2024 में भी अपना शासन जारी रखा, तो हम शायद इस तरह की बैठकें भी नहीं कर पाएंगे। हमें एकजुट होकर लोकतंत्र पर इस हमले का विरोध करना होगा।”
वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा, “यह सरकार मनरेगा पर चुप क्यों है? यह एमएसपी पर चुप क्यों है? प्रमुख मुद्दों पर पूरी तरह से चुप्पी और समाज में नफरत फैलाने की इस नीति को रोका जाना होगा।” इस यंग इंडिया में शामिल राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि बिहार फासीवादी हमले को चुनौती देने का रास्ता दिखा रहा है और हमें उम्मीद है कि इसी तरह 2024 के चुनाव में देश रास्ता देखेगा। DUTA की पूर्व अध्यक्ष नंदिता नारायण ने कहा कि “आज यंग इंडिया अपने अधिकारों और अपने सार्वजनिक संस्थानों के लिए खड़ा है और हमें फासीवादियों को सत्ता से बाहर करने के लिए इस एकजुट प्रयास को जारी रखना चाहिए।” स्वतंत्र पत्रकार नवीन कुमार ने कहा कि यंग इंडिया वह एकता दिखा रहा है जिससे बीजेपी डरती है। पूरे देश में युवा नफरत की राजनीति को खारिज कर रहे हैं।
बिहार के भाकपा-माले विधायक संदीप सौरव ने कहा, “युवा भारत शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय के लिए आवाज उठा रहा है जबकि सरकार खरीद-फरोख्त और ईवीएम हैकिंग में व्यस्त है। इस सरकार ने आम जन के सामने खुद को उजागर कर दिया है!”
इस यंग इंडिया रैली को आइसा, एसएफआई, एमएसएफ, एआईएसएफ, पीएसयू, आरवाईए, CYSS, एआईएसबी एआईवाईएल सहित विभिन्न संगठनों के नेताओं ने भी संबोधित किया।
आपको बता दे कि इसी महीने के शुरुआती सप्ताह में पूरे देश में आयोजित विशाल यंग इंडिया जनमत संग्रह में युवाओं का बेहतर उत्साह देखने को मिला था, जब देश भर के अलग-अलग राज्य में 5 लाख छात्र नौजवानों ने इस सरकार के खिलाफ वोट किया था। जाहिर है, इससे मोदी डरते और सभी आवाजों को दबाने की कोशिश करते। मोदी सरकार हॉर्सट्रेडिंग और राज्य की दमनकारी नीति के तहत किसानों, मजदूरों एवं युवाओं का दमन कर रही है। लेकिन अब छात्र-नौजवान एक साथ कह रहा हैं कि अब बहुत हुआ, अब और नहीं। इसका जीता जागता प्रमाण है आज का यंग इंडिया रैली।
यंग इंडिया रैली विशाल किसान आंदोलन के प्रति एकजुटता और प्रदर्शनकारी किसानों की क्रूर हत्याओं की निंदा के साथ समाप्त हुई। साथ ही, घोषणा हुई कि आगामी आम चुनाव में छात्र युवा शिक्षा और रोजगार के मसले पर वोट करेंगे! नफरत और धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति को परास्त करेंगी।
आज की इस रैली से संकल्प लिया गया कि आगामी लोकसभा चुनावों में फासीवादी भाजपा-आरएसएस को हराया जाए और यंग इंडिया के शिक्षा रोजगार के मुद्दे पर चुनाव में इसके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
यंग इंडिया